प्रधानमंत्री मोदी की बात जो आखिरी चेतावनी है
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा अगर कुछ लोगों को चोरी करने की आदत लग जाए, तो देश और समाज कभी खड़ा नहीं हो पाता है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा अगर कुछ लोगों को चोरी करने की आदत लग जाए, तो देश और समाज कभी खड़ा नहीं हो पाता है।
जीएसटी लॉन्च करने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बड़ा राज़ खोला। मोदी ने कहा, मैं पहली बार कुछ ऐसी चीजें बता रहा हूं, जिसके बारे में किसी को नहीं पता। उन्होंने कहा कि 3 लाख से ज्यादा प्राइवेट कंपनियां ऐसी मिली हैं, जो नोटबंदी के बाद सवालों के घेरे में हैं। अभी ये आंकड़ा बढ़ सकता है। नोटबंदी के बाद से चल रही जांच में ये बाते सामने आई। प्रधानमंत्री ने कहा कि जिन लुटेरी कंपनियों से लेन देन हुआ, उनका हिसाब किसी न किसी चार्टर्ड अकाउंटेंट के पास जरूर गया। जिन ऐसे लोगों ने लुटेरों पर आस्था दिखाई, क्या उनकी पहचान खुद सीए नहीं करेंगे? उन्होंने कहा कि ऐसे लोगों को खुद सीए ही पहचानें और भीड़ से अलग निकालकर खड़ा कर दें। उन्होंने कहा कि देश में 2 लाख 72 हजार से ज्यादा चार्टर्ड अकाउंटेंट्स हैं। अगर सभी सीए और उनके कर्मचारी मिल जाएं, तो ये संख्या 8 लाख से ज्यादा की होगी। ये 8 लाख लोग देश का भला कर सकते हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि सिर्फ 48 घंटे में ही 1 लाख कंपनियों का रजिस्ट्रेशन रद्द कर दिया गया। ये बड़ा कदम राजनीति से परे हटकर लिया गया। सरकार ने एक मिनट में एक लाख से ज्यादा कंपनियों को कलम के एक झटके से खत्म कर दिया। ये ताकत राष्ट्रभक्ति से आती है। उन्होंने कहा कि जिन लोगों ने गरीबों को लूटा है, उन्हें गरीबों के पैसे लौटाने पड़ेंगे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नई दिल्ली में द इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड अकाउंटेंट्स ऑफ इंडिया के कार्यक्रम में ये बात कह रहे थे। जीएसटी लागू होने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पहली बार सार्वजनिक तौर पर जीएसटी पर बोले और चार्टर्ड अकाउंटेंट्स को जीएसटी के बारे में समझाया। द इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड अकाउंटेंट्स ऑफ इंडिया का स्थापना दिवस भी है, इसके लिए पीएम मोदी ने द इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड अकाउंटेंट्स ऑफ इंडिया को शुभकामनाएं दी। इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि जीएसटी से टैक्स की चोरी को रोकने में मदद मिलेगी।
पीएम मोदी ने कहा कि 37 हजार कंपनियां जो गैर कानूनी कामों में लिप्त थी, उनके खिलाफ कठोर कदम उठाए जा रहे हैं। ऐसी कंपनियां अवैध लेन-देन कर रही थी। ये कालेधन का हेर-फेर कर रही थी। ये सभी कंपनियां फर्जी थी। ऐसे कदम का राजनीतिक दल को बड़ा नुकसान हो सकता है, पर हमनें देश के लिए ये कदम उठाया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा अगर कुछ लोगों को चोरी करने की आदत लग जाए, तो देश और समाज कभी खड़ा नहीं हो पाता है। उनका इशारा भ्रष्टाचार की तरफ था। उन्होंने कहा कि देश को संवारने के लिए सरकार ने 3 सालों में कई कदम उठाए। विदेशों से समझौते किए गए। उन्होंने बताया कि विदेशों से समझौतों का क्या असर हुआ है। उन्होंने कहा कि स्विस बैंक के आंकड़े बता रहे हैं कि भारत सरकार के काम बेहद शानदार रहे हैं। उन्होंने बताया कि स्विस बैंकों में भारतीय धन कुबेरों की दौलत आधी घट गई है।